अन्नपूर्णा मंत्र

अन्नपूर्णा मंत्र (annapurna mantra)

जानें अन्नपूर्णा मंत्र का अर्थ, उसके लाभ

अन्नपूर्णा मंत्र: समृद्धि और आशीर्वाद का स्रोत

क्या आप अपने घर में समृद्धि और सुख-शांति लाना चाहते हैं? जो अन्न और पोषण की देवी मानी जाती हैं, उनकी उपासना से घर में कभी भी अन्न-धन की कमी नहीं होती। अन्नपूर्णा मंत्र का जाप न केवल भौतिक समृद्धि लाता है, बल्कि आत्मिक शांति भी प्रदान करता है। आइए जानते हैं माँ अन्नपूर्णा के मंत्र, उनकी महिमा और मंत्र जाप की विधि।

माँ अन्नपूर्णा का महत्व

माँ अन्नपूर्णा को देवी पार्वती का ही एक स्वरूप माना जाता है। वे अन्न, पोषण और समृद्धि की देवी हैं। ऐसा कहा जाता है कि उनकी कृपा से भक्तों को कभी भी भूख और गरीबी का सामना नहीं करना पड़ता। विशेष रूप से इन का जाप करने से भक्त को मानसिक शांति, आत्मविश्वास और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

अन्नपूर्णा मंत्र और अर्थ

“ॐ अन्नपूर्णे सदापूर्णे शंकर प्राण वल्लभे। ज्ञान वैराग्य सिद्ध्यार्थं भिक्षां देहि च पार्वति॥”

अर्थ: हे माँ अन्नपूर्णा! आप सदा पूर्ण और समृद्ध हैं। शिव जी की प्रिय आप हमें ज्ञान और वैराग्य की प्राप्ति के लिए भिक्षा प्रदान करें।

अन्नपूर्णा मंत्र (annaourna maa)

अन्नपूर्णा मंत्र जाप की विधि

  1. शुद्ध स्थान: सुबह स्नान के बाद साफ और पवित्र स्थान पर बैठें।
  2. माँ की मूर्ति या चित्र: माँ अन्नपूर्णा की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक और अगरबत्ती जलाएं।
  3. माला का उपयोग: रुद्राक्ष या तुलसी माला से 108 बार मंत्र का जाप करें।
  4. भावना और श्रद्धा: पूरी श्रद्धा और एकाग्रता के साथ मंत्र का उच्चारण करें।
  5. भोग अर्पण: अंत में माँ अन्नपूर्णा को नैवेद्य अर्पित करें और प्रसाद रूप में ग्रहण करें।

अन्नपूर्णा मंत्र जाप के लाभ

  • घर में समृद्धि और शांति बनी रहती है।
  • मानसिक तनाव और चिंता दूर होती है।
  • आध्यात्मिक उन्नति और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
  • पारिवारिक संबंध मधुर और मजबूत होते हैं।
  • भोजन की कभी कमी नहीं होती।

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माँ अन्नपूर्णा से जुड़ी कहानी

कथा के अनुसार, एक बार भगवान शिव ने माँ पार्वती से कहा कि संसार में सब कुछ मायाजाल है और भोजन का भी कोई महत्व नहीं है। यह सुनकर माँ पार्वती क्रोधित हो गईं और उन्होंने अन्न देना बंद कर दिया। इससे धरती पर भुखमरी छा गई। तब भगवान शिव ने माँ पार्वती की अन्नपूर्णा रूप में आराधना की और उनसे भोजन का आशीर्वाद प्राप्त किया। इसी कारण माँ अन्नपूर्णा को अन्न और पोषण की देवी माना जाता है।

निष्कर्ष

माँ अन्नपूर्णा का आशीर्वाद पाने के लिए नियमित रूप से अन्नपूर्णा मंत्र का जाप करें। श्रद्धा और विश्वास के साथ किया गया इन जाप आपके जीवन में सुख-शांति और समृद्धि लेकर आएगा। क्या आप भी माँ अन्नपूर्णा की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं? आज ही इस दिव्य मंत्र का जाप शुरू करें और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन महसूस करें।

जय माँ अन्नपूर्णा!


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